बैंकिंग और अर्थव्यवस्था
राज्य स्वामित्व वाली ऑयल एंड नैचरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC), वित्तीय वर्ष 2022 में ₹40,305 करोड़ के शुद्ध लाभ के साथ टाटा स्टील्स को पछाड़कर भारत की दूसरी सबसे अधिक लाभ वाली कंपनी बन गई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत की सबसे अधिक लाभ कमाने वाली कंपनी है।
वित्तीय वर्ष 2012 (अप्रैल 2021 से मार्च 2022) के लिए ओएनजीसी का शुद्ध लाभ 258% से बढ़कर 40,305.74 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 11,246.44 करोड़ रुपये था। यह लाभ एचपीसीएल, पीएल और ओएनजीसी विदेश लिमिटेड जैसी सहायक कंपनियों द्वारा अर्जित आय को शामिल करने के बाद हुआ था। ओएनजीसी का एकल आधार (स्टैंडअलोन) और समेकित शुद्ध लाभ दोनों देश में दूसरा सबसे अधिक कमाया जाने वाला लाभ है।
यह लाभ पिछले वर्ष में 42.78 डॉलर प्रति बैरल शुद्ध प्राप्ति के तुलना में इस वित्तीय वर्ष में उत्पादित और बेचे जाने वाले कच्चे तेल के प्रत्येक बैरल के लिए औसतन 76.62 अमरीकी डालर प्राप्त हुआ। यह ओएनजीसी को प्राप्त अब तक की सबसे अच्छी कीमत है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें 2021 के अंत से बढ़ीं और रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद 139 डॉलर प्रति बैरल के करीब 14 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं हैं।
2008 में अंतर्राष्ट्रीय दरें बढ़कर 147 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल हो गई थीं, लेकिन उस समय ओएनजीसी की शुद्ध प्राप्ति बहुत कम थी क्योंकि उसे फ्यूल रिटेलर्स को सब्सिडी प्रदान करनी थी ताकि वे पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस एलपीजी और केरोसिन को लागत से कम दरों पर बेच सकें।
ओएनजीसी के बाद टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएस) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का स्थान रहा, जिन्हें क्रमश: 33,011.18 करोड़ रुपये, 38,449 करोड़ रुपये और 31,676 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।