राष्ट्रीय
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा एक विचार मंथन सत्र 'मिशन डिजिटल इंडिया भाषा' का आयोजन किया गया। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री ने सत्र को संबोधित किया।
मिशन का उद्देश्य भारतीय भाषाओं में नवीन उत्पादों और सेवाओं को विकसित और तैनात करने के लिए केंद्र, राज्य सरकार की एजेंसियों और स्टार्ट-अप को शामिल करते हुए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण और पोषण करना है।
स्टार्टअप हमारे डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र का एक अनिवार्य घटक हैं, और ऐसे मिशन डिजिटल इंडिया भाशिनी भारत-विशिष्ट और भारतीय भाषाओं के सक्षम आईटी समाधानों को विकसित करने में ऐसे स्टार्ट-अप का सहयोग करेंगे। भाशिनी प्लेटफॉर्म एमएसएमई, स्टार्टअप और व्यक्तियों के लिए एआई और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) संसाधन उपलब्ध कराएगा।
मिशन का उद्देश्य भारतीय नागरिकों को उनकी स्थानीय भाषा में देश की डिजिटल पहल से जोड़कर उन्हें सशक्त बनाना है, जिसके परिणामस्वरूप डिजिटल समावेशन होता है। सरकार का लक्ष्य भाशिनी मंच के माध्यम से इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं में सामग्री को बढ़ाना है।
बहुभाषावाद व्यवसायों के लिए नए समाधान और उत्पाद बनाने की एक महत्वपूर्ण क्षमता प्रदान करता है जो सभी भारतीय नागरिकों की सेवा कर सकता है, चाहे उनकी मूल भाषा कुछ भी हो।