बैंकिंग और अर्थव्यवस्था
केंद्र सरकार ने दो वित्तीय वर्षों - 2022-23 और 2023-24 की अवधि के लिए प्रति वर्ष 20 लाख मीट्रिक टन कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल के आयात पर सीमा शुल्क और कृषि अवसंरचना और विकास उपकर (AIDC) को समाप्त कर दिया।
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के तहत, उत्पाद पर सीमा शुल्क और कृषि बुनियादी विकास उपकर 5.5% हटा दिया जाएगा।
इन तेलों की स्थानीय कीमतों को कम करने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए सीमा शुल्क को रद्द कर दिया गया था। इससे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी।
इससे कुल 80 लाख मीट्रिक टन कच्चा सोयाबीन तेल और कच्चा सूरजमुखी तेल शुल्क मुक्त आयात किया जा सकता है। इस आयातित शुल्क मुक्त तेल से सोयाबीन तेल की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी आने की उम्मीद है। इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में देश का 35 लाख टन कच्चा सोयाबीन तेल और लगभग 16-18 लाख टन कच्चा सूरजमुखी तेल आयात करने का लक्ष्य रखा गया है।
कुछ उत्पादों की मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कुछ अन्य कदम हैं;