राष्ट्रीय
मध्य प्रदेश की राज्य सरकार ने राज्य में किसानों के लिए प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता योजना 'मुख्यमंत्री किसान कल्याण' योजना के तहत किसानों को 1,700 करोड़ रुपये की राशि वितरित की।
राशि का वितरण राज्य भर में 82 लाख लाभार्थियों तक पहुंचेगा। इसमें इंदौर जिले के 80,000 से अधिक किसानों को 16 करोड़ रुपये से अधिक का नकद लाभ शामिल होगा।
किसानों को 4,000 रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जनवरी 2021 में 'मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना' शुरू की गई थी। राशि का वितरण दो किश्तों यानि 2000 रुपये प्रति किश्त में किया जाएगा। यह योजना 'प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि' योजना के तहत केंद्र सरकार की 6000 रुपये प्रति वर्ष की वित्तीय सहायता के साथ किसानों को अतिरिक्त सहायता देने के लिए शुरू की गई थी। इन दो योजनाओं से राज्य के किसानों को अब सरकार की आर्थिक सहायता के रूप में कुल 10,000 रुपये प्रति वर्ष मिल रहे हैं।
जो किसान आयकर का भुगतान कर रहे हैं वे इस योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करने के पात्र नहीं थे और राज्य सरकार ने उनसे उनके बैंक खातों में जमा नकद लाभ वापस करने का अनुरोध किया। लगभग 700 'अपात्र किसानों' ने अब तक कुल 51.32 लाख रुपये नकद लाभ लौटाए हैं जो उनके खातों में 'गलत' जमा किए गए थे।
राज्य सरकार ने संस्कृत विश्वविद्यालय में संस्कृत पढ़ने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की भी घोषणा की। छात्रवृत्ति जुलाई 2022 में शुरू होगी। छात्रवृत्ति का उद्देश्य संस्कृत भाषा का अध्ययन करने वाले छात्रों और पुजारियों को लाभान्वित करना है।